Indian Culture Part-1 : India Religion

Indian Culture Part-1 : India Religion : भारत एक ऐसा देश है जहां धार्मिक विविधता और धार्मिक सहिष्णुता को कानून तथा समाज, दोनों द्वारा मान्यता प्रदान की गयी है। भारत के पूर्ण इतिहास के दौरान धर्म का यहां की संस्कृति में एक महत्त्वपूर्ण स्थान रहा है। भारत विश्व की चार प्रमुख धार्मिक परम्पराओं का जन्मस्थान है – हिंदू धर्म, जैन धर्म, बौद्ध धर्म तथा सिक्ख धर्म। भारतीयों का एक विशाल बहुमत स्वयं को किसी न किसी धर्म से संबंधित अवश्य बताता है।

भारत की जनसंख्या के 79.8% लोग हिंदू धर्म का अनुसरण करते हैं। इस्लाम (14.23%), बौद्ध धर्म (0.70%), ईसाई धर्म (2.3%) और सिक्ख धर्म (1.72%), भारतीयों द्वारा अनुसरण किये जाने वाले अन्य प्रमुख धर्म हैं। आज भारत में मौजूद धार्मिक आस्थाओं की विविधता, यहां के स्थानीय धर्मों की मौजूदगी तथा उनकी उत्पत्ति के अतिरिक्त, व्यापारियों, यात्रियों, आप्रवासियों, यहां तक कि आक्रमणकारियों तथा विजेताओं द्वारा भी यहां लाए गए धर्मों को आत्मसात करने एवं उनके सामाजिक एकीकरण का परिणाम है। सभी धर्मों के प्रति हिंदू धर्म के आतिथ्य भाव के विषय में जॉन हार्डन लिखते हैं, “हालांकि, वर्तमान हिंदू धर्म की सबसे महत्त्वपूर्ण विशेषता उसके द्वारा एक ऐसे गैर-हिंदू राज्य की स्थापना करना है जहां सभी धर्म समान हैं;…”

Indian Culture -1 : India Religion

मौर्य साम्राज्य के समय तक भारत में दो प्रकार के दार्शनिक विचार प्रचलित थे, श्रमण धर्म तथा वैदिक धर्म. इन दोनों परम्पराओं का अस्तित्व हजारों वर्षों से साथ-साथ बना रहा है। बौद्ध धर्म और जैन धर्म श्रमण परंपराओं से निकल कर आये हैं, जबकि आधुनिक हिंदू धर्म वैदिक परंपरा का ही विस्तार है। साथ-साथ मौजूद रहने वाली ये परम्पराएं परस्पर प्रभावशाली रही हैं।

पारसी धर्म और यहूदी धर्म का भी भारत में काफी प्राचीन इतिहास रहा है और हजारों भारतीय इनका अनुसरण करते हैं। पारसी तथा बहाई धर्मों का पालन करने वाले विश्व के सर्वाधिक लोग भारत में ही रहते हैं। भारत की जनसंख्या के 0.2% लोग बहाई धर्म का पालन करते हैं।भारत के संविधान में राष्ट्र को एक धर्मनिरपेक्ष गणतंत्र घोषित किया गया है जिसमें प्रत्येक नागरिक को किसी भी धर्म या आस्था का स्वतंत्र रूप से पालन तथा प्रचार करने का अधिकार है (इन गतिविधियों पर नैतिकता, कानून व्यवस्था, आदि के अंतर्गत उचित प्रतिबंध लगाये जा सकते हैं). भारत के संविधान में धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार को एक मौलिक अधिकार की संज्ञा दी गयी है।

India Religion

Indian Culture Part-1 : India Religion :: भारत के नागरिक आम तौर पर एक दूसरे के धर्म के प्रति काफी सहिष्णुता दर्शाते हैं और धर्मनिरपेक्ष दृष्टिकोण बनाए रखते हैं, हालांकि अंतर-धार्मिक विवाह व्यापक रूप से प्रचलित नहीं है। भारत के सर्वोच्च न्यायलय के फैसले के अनुसार मुसलमानों के लिए शरियत या मुस्लिम कानून को भारतीय नागरिक कानून के ऊपर वरीयता दी जायेगी. विभिन्न समुदायों के बीच दंगों को सामाजिक मुख्यधारा में अधिक समर्थन प्राप्त नहीं होता है और आमतौर पर यह माना जाता है इन धार्मिक संघर्षों का कारण विचारों में मतभेद की बजाय राजनैतिक होता है।

भारत में धर्म जीवन जीने की परंपरा को कहा जाता है| हिंदू, जैन और बौध्द धर्म की स्थापना के साथ ही धर्म भारतीय जीवन का प्रमुख अंग बन गया| भारत हिंदू, मुस्लिम, ईसाई, जैन, सिख, बौद्ध, पारसी  आदि धर्मों का देश है| कुछ असमानताओं को छोडकर प्रत्येक धर्म में पूजा स्थल, त्यौहारों, देवी-देवताओं का अपना महत्व है| भारत में हिंदू धर्म के अनुयायी सर्वाधिक संख्या में है जो भारत की जनसंख्या का 80% है| मुस्लिम भारत का दूसरा सर्वाधिक बड़ा अल्पसंख्यक धर्म है|

Indian Culture Part-1 :

हिंदू धर्म

हिंदू धर्म भारत का सबसे बड़ा धर्म है| यह मूल रूप से चार वेदों पर आधारित है जो विश्व की सबसे पुरानी रचनाएँ हैं| इसके अलावा अठारह पुराण, एक सौ आठ उपनिषद, रामायण और महाभारत भी हिंदू धर्म के प्रमुख ग्रन्थ है | इसमें तीन प्रमुख देवता ब्रह्मा, विष्णु, शिव हैं| श्री राम रामायण के नायक हैं जबकि श्रीकृष्ण महाभारत के नायक हैं| हिंदू धर्म भारत के अलावा नेपाल में सबसे बड़ा धर्म है|

जैन धर्म

जैन धर्म विश्व के प्राचीन धर्मों में से एक है| इसमें कुल चौबीस तीर्थंकर थे जिनमें वर्धमान महावीर अंतिम तीर्थंकर थे| वर्धमान महावीर ने जैन धर्म को एक व्यापक रूप दिया| जैन धर्म में इतिहास में दो संगीतियाँ हुईं| यह सम्यक ज्ञान, सम्यक आचरण, सम्यक विश्वास पर आधारित है| जैन धर्म पूर्ण रूप से अहिंसक धर्म है|

बौद्ध धर्म

Indian Culture Part-1 : India Religion :: बौद्ध धर्म की स्थापना गौतम बुध्द ने की| उन्होंने अपने परिवार से सन्यास लेकर ज्ञान प्राप्त किया| हिंदू और बौद्ध धर्म की शिक्षाओं में कई समानताएं हैं| बौद्ध धर्म चार सत्य पर आधारित है| बौद्ध धर्म में दुःख के नाश का अष्टांग मार्ग बताया गया है| यह धर्म दक्षिण पूर्व एशिया और चीन में तेजी से फैला| इस धर्म में त्रिपटिक प्रमुख ग्रंथ हैं अभिधम्म पिटक, सुत्त पिटक, विनय पिटक|

सिख धर्म

सिख धर्म भारत में सोलहवीं शताव्दी में उभरा| सिख धर्म की स्थापना गुरु नानक देव ने की| सिख धर्म में कुल दस गुरु हुए| खालसा पंथ की स्थापना 1699ई. में गुरु गोविन्द सिंह ने की| इसका धर्म ग्रंथ गुरुग्रंथसाहिब है|

पारसी धर्म

पारसी धर्म ईरान का प्रमुख धर्म था| पारसी लोग भारत में दसवीं शताब्दी में बसे जब अरब आक्रमणकारियों ने ईरान पर आक्रमण किया था| विश्व में पारसी धर्म मानने वाले लोगों में  85% भारत में ही रहते हैं| पारसी धर्म का ग्रंथ जैन्दअबेस्ता और पूजा स्थल ‘अग्नि मंदिर’ है|

ईसाई धर्म

ईसाई धर्म की स्थापना ईसामसीह द्वारा की गयी थी|ईसाई धर्म भारत में सेंट थोमस द्वारा आया जिन्होंने केरल में एक गिरिजाघर की स्थापना की| भारत में 1544ई. से ईसाई मिशनरी ने काम करना शुरू किया| ब्रिटेन के दो सौ साल के राज में भी ईसाई धर्म भारत में फैला| ईसाईयों का धर्म ग्रंथ बाइबिल है|

इस्लाम धर्म

इस्लाम धर्म के संस्थापक मुहम्मद थे| इस्लाम धर्म हिंदू धर्म के बाद भारत का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है| इस्लाम धर्म सबसे पहले केरल के मालबार तट पर अरब व्यापारियों के बाद आया| बाद में सल्तनत काल और मुगल काल में इस्लाम धर्म फला फूला| इस्लाम धर्म का पूजा स्थल मस्जिद और धर्म ग्रंथ कुरान है|

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